जनरेटिव AI मॉडल्स की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, अब भारत भी इस रेस में शामिल होने के लिए पूरी तरह तैयार है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि भारत जल्द ही अपना खुद का AI मॉडल लॉन्च करेगा, जो OpenAI के ChatGPT और चीन के DeepSeek जैसे मॉडलों को टक्कर देगा।
उन्होंने ओडिशा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह मॉडल 2024 के अंत तक या 2025 की शुरुआत में तैयार हो सकता है।
6-8 महीनों में भारत का AI मॉडल होगा तैयार
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि देश में कम से कम 6 बड़े डेवलपर्स हैं, जो 6-8 महीनों में इस AI मॉडल को बना सकते हैं।
सरकार का फोकस एक मजबूत AI इकोसिस्टम बनाने पर है, जिसके लिए शेयर किए गए कंप्यूटिंग संसाधन (Shared Computing Resources) विकसित किए जा रहे हैं।
AI मॉडल्स के विकास के लिए भारत में अब तक 19,000 GPUs उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 12,896 NVIDIA H100 GPUs
- 1,480 NVIDIA H200 GPUs
इनमें से 10,000 GPUs फिलहाल उपयोग के लिए तैयार हैं और जल्द ही डेवलपर्स के लिए उपलब्ध होंगे।
भारत तैयार करेगा अपना ‘बेस AI मॉडल’
केंद्रीय मंत्री ने यह भी ऐलान किया कि भारत अपना खुद का 'Foundation AI Model' (आधारभूत AI मॉडल) भी विकसित करेगा।
डेटासेट भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा।
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मॉडल में किसी भी प्रकार का पूर्वाग्रह (Bias) न हो।
AI मॉडल डेवलप करने के इच्छुक डेवलपर्स अपने प्रस्ताव सरकार को भेज सकते हैं।
AI में तेज़ हो रही प्रतिस्पर्धा
- OpenAI ने 2023 के अंत में ChatGPT लॉन्च कर AI की दौड़ शुरू की थी।
- इसके बाद कई टेक कंपनियां Google, Meta, Microsoft और Amazon इस रेस में शामिल हो गईं।
- हाल ही में चीन की एक स्टार्टअप कंपनी ने बेहद कम लागत में AI मॉडल तैयार कर इस मार्केट में बड़ी हलचल मचा दी है।
भारत अब अपने AI मॉडल के साथ इस प्रतिस्पर्धा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है, जिससे देश के AI सेक्टर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की योजना बनाई जा रही है।