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IND vs PAK : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार किया जाता है। अपनी घातक यॉर्कर, सटीक लाइन-लेंथ और अनोखे एक्शन की वजह से बुमराह ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खुद को साबित किया है। यही कारण है कि दुनियाभर के दिग्गज क्रिकेटर उनकी गेंदबाजी के मुरीद हैं। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली भी बुमराह की प्रतिभा को सलाम करते हैं और उन्हें न केवल खुद से बेहतर मानते हैं बल्कि अपने देश के स्टार गेंदबाज शाहीन अफरीदी से भी आगे रखते हैं।

हसन अली ने खुद से लेकर दुनिया के बड़े गेंदबाजों के बीच बुमराह को रखा आगे

हसन अली हाल ही में एक शो में पहुंचे थे, जहां उनसे दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से चुनने के लिए कहा गया। सबसे पहले उन्हें खुद और भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज में से किसी एक को चुनने को कहा गया, जहां उन्होंने खुद को चुना। इसके बाद उन्होंने अपने से बेहतर गेंदबाज के रूप में जोश हेजलवुड का नाम लिया और फिर पाकिस्तान के ही युवा तेज गेंदबाज नसीम शाह को भी अपने से ऊपर माना।

जब शो में जसप्रीत बुमराह का नाम आया तो हसन अली ने बिना किसी संकोच के भारतीय गेंदबाज को चुना। इसके बाद जितने भी नाम सामने आए, हसन अली ने बिना सुने ही बुमराह को सर्वश्रेष्ठ बताया। इन नामों में शाहीन अफरीदी, जहीर खान और पैट कमिंस जैसे दिग्गज गेंदबाज शामिल थे, लेकिन हसन अली की पहली पसंद हर बार बुमराह ही रहे।

ग्लेन मैक्ग्रा और बुमराह में से किसे चुना?

बात यहीं खत्म नहीं हुई। जब हसन अली से क्रिकेट इतिहास के सबसे महान तेज गेंदबाजों में से एक ग्लेन मैक्ग्रा और जसप्रीत बुमराह में से किसी एक को चुनने के लिए कहा गया, तो उन्होंने यह मानते हुए जवाब दिया कि यह बेहद मुश्किल फैसला है। उन्होंने कहा,

"यह थोड़ा कठिन है। मौजूदा समय में अगर देखा जाए तो बुमराह बेस्ट हैं, लेकिन मैक्ग्रा भी शानदार गेंदबाज थे।"

यह बयान साफ दिखाता है कि हसन अली बुमराह की काबिलियत को कितनी ऊंचाई पर रखते हैं।

हसन अली ने अपने बोर्ड पर लगाए गंभीर आरोप

इस पॉडकास्ट में हसन अली ने केवल तेज गेंदबाजों पर चर्चा नहीं की, बल्कि अपने क्रिकेट बोर्ड पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा,

"सैम अयूब इंजर्ड हुआ है। वह कहां है? इंग्लैंड में है। सैम अयूब आपका प्लेयर है, टीम का। मैं 2020 में टीम का हिस्सा था या नहीं? अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है, तो क्या वह टीम का हिस्सा नहीं रहता? क्या वह इंडिया से खेलता है? आप वीआईपी ट्रीटमेंट सैम अयूब को दे रहे हो, लेकिन कल को कोई और इंजर्ड होगा तो क्या उसे भी यही सुविधाएं मिलेंगी?"

हसन अली के इस बयान से साफ है कि वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की नीतियों से खुश नहीं हैं और उन्होंने टीम मैनेजमेंट पर पक्षपात करने का आरोप लगाया।