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Income Tax News Today: नकली किराया रसीद के जरिए टैक्स बचाना कोई नई बात नहीं है। लोग अपने वेतन में अधिक एचआरए (हाउस रेंट अलाउंस) खर्च दिखाकर आयकर की चोरी करते हैं। लेकिन अब आयकर विभाग (IT Department) इस धोखाधड़ी पर सख्त कार्रवाई करने के मूड में है। नकली किराया रसीद देने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई और जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।

नकली किराया रसीद का खेल और इसका मकसद                   

लोग नकली किराया रसीद क्यों देते हैं? इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स बचाना है।                                

एचआरए का दुरुपयोग: हाउस रेंट अलाउंस एक कर्मचारी के वेतन का वह हिस्सा है, जो किराए के मकान में रहने पर कर कटौती योग्य होता है। लोग अधिक किराया दिखाकर अपने टैक्स का बोझ कम करने की कोशिश करते हैं।         

अपने घर में रहकर भी टैक्स चोरी: कई बार लोग अपने परिवार के स्वामित्व वाले घर में रह रहे होते हैं या दोस्तों के साथ किराए पर रहते हैं, लेकिन फिर भी फर्जी रसीद देकर टैक्स बचाने की कोशिश करते हैं।          

कर सलाहकारों की भूमिका: कई बार कर सलाहकार या सहकर्मी भी नकली रसीद बनाकर टैक्स बचाने की सलाह देते हैं। हालांकि, यह गलत कदम आपकी बड़ी मुसीबत बन सकता है।                     

नियम और आयकर विभाग की सख्ती                

आयकर विभाग ने साफ किया है कि फर्जी किराया रसीद बनाना और उसे आयकर रिटर्न में लगाना अवैध है। अगर यह पाया गया कि कोई व्यक्ति झूठे एचआरए दावे के जरिए टैक्स चोरी कर रहा है, तो उसके खिलाफ गंभीर कार्रवाई की जाएगी। इसमें जुर्माना लगने के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी शामिल है।

कैसे होती है नकली किराया रसीदों की पहचान? 

आयकर विभाग ने नकली दावों और फर्जी रसीदों का पता लगाने के लिए कई आधुनिक तकनीकों को अपनाया है।

डेटा विश्लेषण:      

आयकर विभाग डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करता है। एचआरए दावों में किसी भी विसंगति का पता लगाने के लिए यह पद्धति बेहद कारगर साबित हो रही है।               

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI):    

एआई की मदद से नकली किराया रसीदों और झूठे दावों का विश्लेषण और सत्यापन आसानी से किया जा रहा है।    

किराया सत्यापन:        

बड़े एचआरए दावों के मामलों में, विभाग किराए के मकान मालिक से सत्यापन करने की प्रक्रिया भी शुरू कर सकता है। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि किराए की रकम सही है या फर्जी।

फर्जी रसीद देने के खतरे      

नकली किराया रसीद देने पर आपको न केवल भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है, बल्कि कानूनी परेशानी भी हो सकती है। ऐसे मामलों में:        

आयकर विभाग आपकी वित्तीय स्थिति और पिछले रिटर्न की भी जांच कर सकता है।

आपको टैक्स चोरी के जुर्म में दंडित किया जा सकता है, जो आपके वित्तीय रिकॉर्ड को लंबे समय तक प्रभावित कर सकता है।