
सरकारी वकील कैसे बने
कानून की पढ़ाई करने वाले लोगों को सरकारी नौकरी मिलने का विशेष योग है। सरकारी वकील के रूप में वह राज्य या केंद्र सरकार में काम कर सकता है। इसके लिए आपको एपीओ परीक्षा देनी होगी।

इस परीक्षा को पास करना जरूरी
सरकारी वकील बनने के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले कानून में स्नातक होना चाहिए। इसके बाद आपको सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। इसके लिए राज्य सरकार हर साल अधिवक्ताओं के लिए एपीओ परीक्षा आयोजित करती है।

इतने वर्षों का अनुभव चाहिए
एपीओ परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है। मुख्य परीक्षा उन लोगों के लिए आयोजित की जाती है जो प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होते हैं। इसके बाद एक साक्षात्कार होता है। इसके अलावा उम्मीदवार के पास न्यूनतम 7 वर्ष का अनुभव और अधिकतम आयु 35 वर्ष से कम होनी चाहिए।

एक फ्रेशर को मिलती है इतनी सैलरी!
अगर सरकारी वकील के वेतन की बात करें तो यहां अनुभव के आधार पर अलग-अलग वेतन दिया जाता है। ग्लासडोर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक सरकारी वकील की सैलरी 25,000 रुपये से 60,000 रुपये प्रति माह होती है।

कानूनी मुद्दों पर ध्यान दें
अटॉर्नी जनरल केंद्र सरकार के कानूनी मामलों की देखभाल करता है। इसलिए जो व्यक्ति राज्य सरकार के लिए कानूनी मुद्दों की देखभाल करता है उसे भारत का महाधिवक्ता कहा जाता है।