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Stock Market Today : सोमवार, 24 मार्च को शेयर बाजार ने जैसे ही शुरुआत की, मानो निवेशकों के चेहरों पर मुस्कान तैर गई। बाजार ने एक बार फिर अपना दम दिखाया, और दिन की शुरुआत ही जबरदस्त उछाल के साथ हुई। सेंसेक्स ने लगभग 550 अंकों की छलांग लगाते हुए 77,456 का आंकड़ा पार किया, तो वहीं निफ्टी भी 165 अंकों की बढ़त के साथ 23,515 पर खुला। दोपहर 12:04 बजे तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेज़ी और बढ़ गई—सेंसेक्स 911 अंकों की उछाल के साथ 77,816.57 पर कारोबार करता नजर आया, जबकि निफ्टी 262.95 अंक चढ़कर 23,613.35 पर पहुंच गया।

बीते हफ्ते ने निवेशकों की जेब भर दी

अगर आप पिछले हफ्ते के बाजार पर नजर डालें, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि यह निवेशकों के लिए किसी बोनस वीक से कम नहीं रहा। लगातार पांच कारोबारी दिनों तक सेंसेक्स और निफ्टी ने तेज़ी दिखाई, जिससे निवेशकों की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ। बाजार की इस चमक ने निवेशकों के भरोसे को और मजबूत कर दिया है।

अदाणी ग्रुप ने फिर दिखाई अपनी ताकत

आज के बाजार में अदाणी ग्रुप के शेयरों ने भी खूब रंग जमाया। चाहे बात अदाणी एंटरप्राइजेज की हो या अदाणी पावर की, हर ओर हरियाली ही हरियाली थी। सबसे ज्यादा तेजी अदाणी ग्रीन एनर्जी में देखने को मिली, जो शुरुआती कारोबार में 2% से ज्यादा उछल गया। वहीं, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने भी अच्छी तेजी दिखाई। ऐसा लगता है जैसे अदाणी ग्रुप निवेशकों के लिए फिर से एक मजबूत विकल्प बनकर उभरा है।

टॉप गेनर्स और लूजर्स: किसने मारी बाज़ी और कौन हुआ फेल?

बीएसई पर नजर डालें तो आज एलएंडटी, पावरग्रिड, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी और सन फार्मा ने जबरदस्त परफॉर्मेंस दी और टॉप गेनर्स की लिस्ट में जगह बनाई। इन शेयरों में आई तेजी ने निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा दिया।

वहीं दूसरी ओर, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट भी दर्ज की गई। टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इन्फोसिस जैसी दिग्गज कंपनियों ने निवेशकों को थोड़ा निराश किया और टॉप लूजर्स की सूची में शुमार हो गईं।

बीते सप्ताह की रिकॉर्ड ब्रेकिंग तेजी

पिछले सप्ताह की बात करें तो यह बाजार के इतिहास में एक शानदार सप्ताह के रूप में दर्ज हो सकता है। बीएसई सेंसेक्स 3,076 अंक यानी करीब 4.16% चढ़ा, जबकि निफ्टी ने 953 अंकों यानी 4.25% की उछाल मारी। यह तेजी किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई सकारात्मक संकेतों के कारण आई। सबसे बड़ी वजह रही विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की दमदार खरीदारी। सिर्फ गुरुवार को ही एफआईआई ने 3,239 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और शुक्रवार को यह आंकड़ा 7,470 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

निवेशकों की संपत्ति में बड़ा उछाल

बीते शुक्रवार तक लगातार पांच कारोबारी दिनों की तेजी के कारण निवेशकों की संपत्ति में भारी इजाफा हुआ। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 22.12 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 413.30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इतना ही नहीं, सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों में से 9 के मार्केट कैप में 3.06 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।

सितंबर की गिरावट से उबरता दिख रहा है बाजार

सितंबर के आखिरी हफ्तों में बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी, जब सेंसेक्स और निफ्टी अपने उच्चतम स्तर से क्रमश: 15.5% और 16.4% तक गिर गए थे। लेकिन अब जो तेजी देखने को मिल रही है, उससे ये गिरावट काफी हद तक कम हो गई है और अब यह लगभग 11% तक सिमट गई है। इससे संकेत मिलता है कि बाजार एक बार फिर नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने को तैयार है।

एफपीआई की बिकवाली में आई नरमी

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बिकवाली पर भी ब्रेक लगता नजर आ रहा है। शुक्रवार को एफआईआई ने 7,470 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। हालांकि 21 मार्च को समाप्त सप्ताह में एफपीआई ने कुल 1,794 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, लेकिन कुल मिलाकर इस बिकवाली का दबाव अब घटता दिख रहा है। 2025 में अब तक कुल एफपीआई निकासी 1.44 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है, लेकिन हालिया रुख यह दर्शाता है कि विदेशी निवेशक एक बार फिर भारतीय बाजार में विश्वास दिखा रहे हैं।