
केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और पारिवारिक पेंशनधारकों को मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) जीवन-यापन की लागत और बढ़ती महंगाई की भरपाई के लिए दिया जाता है।
साल में दो बार होता है बदलाव
महंगाई भत्ते में हर साल दो बार बदलाव किया जाता है—जनवरी और जुलाई में। इसे औद्योगिक श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) के आधार पर तय किया जाता है।
DA में 3% की बढ़ोतरी
अब केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में 3% की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इससे उनका कुल DA बढ़कर 56% हो जाएगा। यह बदलाव जनवरी 2025 से लागू होगा।
कैसे तय होता है महंगाई भत्ता?
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) को श्रम सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा हर महीने अपडेट किया जाता है। इसी डेटा के आधार पर DA की गणना की जाती है। दिसंबर 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, DA में 3% की वृद्धि की पुष्टि हुई है।
कितने लोगों को मिलेगा फायदा?
इस बढ़ोतरी से 47.58 लाख से अधिक केंद्र सरकार के कर्मचारी और 69.76 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे।
सैलरी और पेंशन में कितना होगा इजाफा?
- ₹18,000 मूल वेतन पाने वाले कर्मचारियों का DA ₹9,540 से बढ़कर ₹10,080 हो जाएगा।
- जिनका वेतन अधिक है, उन्हें और ज्यादा फायदा होगा।
- पेंशनभोगियों की पेंशन भी बढ़ेगी।
कब मिलेगा बकाया पैसा?
चूंकि यह वृद्धि 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगी, इसलिए जनवरी और फरवरी के बकाया (arrears) का भुगतान मार्च 2025 में किया जाएगा।
यह बढ़ोतरी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत लेकर आई है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।