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Partial Solar eclipse 2025 : साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण लोगों के बीच उत्सुकता का विषय बना हुआ है। इस खगोलीय घटना का इंतजार दुनिया भर के स्काई वॉचर्स को है। 29 मार्च 2025 को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, उत्तर-पश्चिमी अफ्रीका और रूस के कुछ हिस्सों से देखा जा सकेगा। हालाँकि यह आंशिक ग्रहण है, लेकिन इसे लेकर विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है—यह आपकी आँखों के लिए खतरनाक हो सकता है। अब सवाल उठता है, आखिर यह सूर्य ग्रहण क्यों खतरनाक है? चलिए विस्तार से जानते हैं।

क्यों खतरनाक है साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण?

यह ग्रहण आंशिक होने के कारण पूरी तरह से सूर्य को ढक नहीं पाएगा। यानी सूर्य का एक हिस्सा चंद्रमा के पीछे छिपा रहेगा, जबकि बाकी हिस्सा चमकता रहेगा। ऐसे में अगर आप इस दृश्य को बिना किसी सुरक्षा के अपनी खुली आंखों से देखेंगे, तो यह आपकी आँखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।

इसलिए वैज्ञानिक सलाह देते हैं कि सूर्य ग्रहण को ISO 12312-2 सर्टिफाइड सोलर ग्लासेस से ही देखा जाए। सनग्लासेस या एक्स-रे शीट्स से ग्रहण देखना पूरी तरह खतरनाक है। ये सामान्य चश्मे सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों को फिल्टर नहीं कर पाते, जिससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है।

क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण?

जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आता है लेकिन पृथ्वी से उसकी दूरी ज़्यादा होती है, तो वह सूर्य को पूरी तरह नहीं ढक पाता। इस स्थिति में सूर्य का कुछ हिस्सा ही ढका हुआ दिखाई देता है, जिससे वह अर्धचंद्र की तरह लगता है। इस खगोलीय घटना को ही वैज्ञानिक भाषा में "Partial Solar Eclipse" कहा जाता है।

इस तरह के ग्रहण में सूरज की रोशनी पूरी तरह अवरुद्ध नहीं होती, इसलिए आंखों पर सीधा असर पड़ सकता है। यही कारण है कि आंशिक ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतना बेहद जरूरी होता है।

क्या होता है पूर्ण सूर्य ग्रहण?

जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच बिल्कुल सही स्थिति में आ जाता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है, तब वह पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) कहलाता है। इस स्थिति में कुछ मिनटों के लिए दिन में अंधेरा छा जाता है, जैसे रात हो गई हो।

पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान तापमान में गिरावट आ सकती है, पक्षी और जानवर भ्रमित हो सकते हैं और आसमान में सितारे भी नजर आ सकते हैं। यह अनुभव बेहद दुर्लभ और रोमांचक होता है। हालांकि, इसे भी बिना सुरक्षा उपायों के नहीं देखना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के प्रकार: जानिए तीनों मुख्य श्रेणियां

सूर्य ग्रहण मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:

पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) – जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है।

आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) – जब चंद्रमा केवल सूर्य के एक हिस्से को ही ढक पाता है।

वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) – जब चंद्रमा सूर्य के केंद्र को ढकता है लेकिन किनारे एक चमकती हुई रिंग जैसी दिखाई देती है, जिसे "Ring of Fire" भी कहा जाता है।

हर प्रकार का सूर्य ग्रहण अपने आप में खास होता है, लेकिन सभी में एक चीज़ कॉमन होती है—उन्हें बिना सुरक्षा के देखना खतरनाक होता है।

2025 के पहले सूर्य ग्रहण की टाइमिंग क्या होगी?

29 मार्च 2025, शनिवार को यह सूर्य ग्रहण लगेगा। भारतीय समयानुसार यह दोपहर 2:21 बजे शुरू होगा और शाम 6:14 बजे समाप्त होगा। यह ग्रहण करीब चार घंटे तक चलेगा। हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन दूसरे देशों से यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।