हाथरस एक्सीडेंट न्यूज़: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, रोडवेज बस और मैक्स के बीच भीषण टक्कर हुई है और इस दर्दनाक हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. बताया जा रहा है कि तेरहवीं का खाना खाकर लौट रहे मैक्स लोडर सवारों को रोडवेज बस ने टक्कर मार दी।
हादसा चंदपा क्षेत्र, आगरा अलीगढ बाईपास, मितई गांव का बताया जा रहा है। बता दें कि मैक्स लोडर सवार सासनी के मुकुंद खेड़ा से तेरहवीं का खाना खाकर खंदौली के पास स्थित गांव सेवला लौट रहे थे। इस हादसे में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. इस हादसे की जानकारी जैसे ही जिला अस्पताल में हुई तो डीएम और एसपी पहुंच गए.
हाथरस में हुए इस दर्दनाक हादसे को लेकर डीएम आशीष कुमार ने बताया कि हाथरस जिले में एनएच 93 पर थाना चंदपा क्षेत्र के मितई गांव के पास रोडवेज बस और टाटा मैजिक गाड़ी की आमने-सामने टक्कर हो गई. इस हादसे में मैक्स कार में सवार चार बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो गई और 16 लोग घायल हो गए. इनमें से चार घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर किया गया है. बाकी घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
इस घटना के बाद जिले के डीएम और एसपी समेत पुलिस प्रशासनिक अधिकारी घायलों का हाल जानने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि मैजिक सवार सासनी के गांव मुकुंद खेड़ा से आगरा के खंदौली क्षेत्र के गांव सैमरा में टरमानी दावत लेकर लौट रहे थे। डीएम आशीष कुमार ने कहा है कि ओवरटेक करने के कारण यह हादसा हुआ है. पुलिस इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने में जुटी है.
हाथरस हादसे पर सीएम योगी ने जताया दुख
साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे पर दुख जताया है. सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ''जनपद हाथरस में सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद है. मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित इलाज कराने के निर्देश दिए गए हैं.'' प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।''
साथ ही इस हादसे को लेकर समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने कहा कि योगी सरकार, पुलिस, ट्रैफिक पुलिस सब भ्रष्ट हैं, सिर्फ अवैध वसूली, चालान वसूली, टोल टैक्स वसूली, बदले में जनता को कोई सुविधा सुरक्षा नहीं मिल रही है. भ्रष्टाचार के कारण ये अवैध वाहन सड़कों पर चलते हैं और मौतों का कारण बनते हैं, योगी सरकार में यही हो रहा है। सरकार को मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये और घायलों को 25-25 लाख रुपये और उचित इलाज देना चाहिए, ऐसी घटनाएं रुकेंगी.'
--Advertisement--