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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक महत्वपूर्ण फोन वार्ता की। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की। इसके अलावा, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र, मध्य पूर्व और यूरोप में सुरक्षा चुनौतियों को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ।

मोदी और ट्रंप के बीच फोन वार्ता: क्या रही अहम बातें?

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद, 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक रूप से अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह पहली बार था जब उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की।

इस बातचीत के बाद, ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा,
"आज सुबह मेरी प्रधानमंत्री मोदी से लंबी बातचीत हुई। वह जल्द ही व्हाइट हाउस आएंगे, संभवतः फरवरी में। भारत के साथ हमारे रिश्ते काफी अच्छे हैं और हम इन्हें और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

ट्रंप के इस बयान से साफ है कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

अवैध भारतीय प्रवासियों पर भी हुई चर्चा

बातचीत के दौरान एक महत्वपूर्ण मुद्दा भारतीय अप्रवासियों (इमिग्रेशन) का भी रहा। ट्रंप ने इस संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासियों को वापस लाने के लिए सही कदम उठाएंगे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सरकार भी इस मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रही है। दोनों देशों के अधिकारियों के बीच जल्द ही इस मामले को लेकर और गहन चर्चा होने की संभावना है।

मोदी और ट्रंप की संभावित मुलाकात

भारतीय पक्ष जल्द ही दोनों नेताओं के बीच प्रत्यक्ष मुलाकात कराने की योजना बना रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और उनके बीच काफी अच्छे संबंध रहे हैं। कई मौकों पर दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की प्रशंसा की और आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप को अपना प्रिय मित्र बताते हुए कहा,
"हम पारस्परिक लाभ और विश्वसनीय साझेदारी के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।"

इसके अलावा, उन्होंने इस वार्ता को लेकर ट्वीट करते हुए कहा,
"आइए, हम अपने लोगों के कल्याण और वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करें।"

ट्रंप का भारत पर व्यापारिक रुख: दोस्ती के बावजूद सख्त बयान

हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने भारत को लेकर कुछ आलोचनात्मक बयान भी दिए थे। उन्होंने कहा था कि भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अनुचित व्यवहार कर रहा है और इसके कारण अमेरिका को व्यापार घाटा उठाना पड़ रहा है।

ट्रंप ने अपनी नीतियों को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह अमेरिका में आयातित वस्तुओं पर टैरिफ (शुल्क) लगाने का इरादा रखते हैं ताकि व्यापार संतुलन को ठीक किया जा सके। इससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों को लेकर कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं, हालांकि दोनों देश बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने का प्रयास करेंगे।