
बेंगलुरु: बजट सत्र के बाद मुख्यमंत्री बदलने की चर्चाएं एक बार फिर तेज हो गई हैं. इस पृष्ठभूमि में डीसीएम डीके शिवकुमार का गुट पैरवी कर रहा है और सीएम गुट भी मजबूत रणनीति बना रहा है.
डीकेएसआई गुट की राजनीतिक ताकत:
बजट सत्र से पहले ही डीकेएसआई गुट आलाकमान का ध्यान आकर्षित करने के लिए पैरवी कर रहा है और अपने गुट का वर्चस्व बढ़ाने की रणनीति तैयार की है. बदले में सीएम गुट डीकेएस गुट को तोड़ने के लिए अलग रणनीति बना रहा है.सतीश जराकीहोली आगे:
सीएम गुट सतीश जराकीहोली को केपीसीसी अध्यक्ष के रूप में मैदान में उतारने की योजना बना रहा है। इसके अलावा डीके ने गुट के पदाधिकारियों को भी बदलने की योजना बनायी है. जनवरी के अंत में सतीश जराकीहोली दिल्ली जाएंगे और हाईकमान के सामने अपनी मंशा रखेंगे.
एडिशनल डीसीएम पद के लिए प्रतियोगिता :
मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर, के.एन. राजन्ना, डॉ. एच.सी. महादेवप्पा ने आलाकमान से मिलने की भी तैयारी कर ली है. उन्होंने राहुल गांधी से मिलने और अतिरिक्त डीसीएम का पद नहीं दिए जाने पर स्थानीय निकाय चुनाव और अगले विधानसभा चुनाव में संभावित नुकसान के बारे में गुहार लगाने की योजना बनाई है।
वरिष्ठों को मौका देने की मांग:
पार्टी में काम कर चुके कई वरिष्ठ नेताओं की पहचान कर उन्हें डीसीएम का पद देकर पार्टी का समग्र संतुलन बनाए रखने का दबाव है.