
Delhi Budget For Yamuna : दिल्ली सरकार ने 2025 के बजट में राजधानी की जीवनरेखा मानी जाने वाली यमुना नदी की सफाई को लेकर बड़ा और ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बजट पेश करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि यमुना की सफाई सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक सिर्फ वादे किए गए, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। यमुना जैसी ऐतिहासिक और पवित्र नदी को नाले में तब्दील कर दिया गया।
सीएम गुप्ता ने कहा, "हमारी सरकार सिर्फ वादे नहीं करती, उन्हें पूरा करना जानती है। यमुना केवल एक नदी नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर है। यह दिल्लीवासियों के लिए जीवनदायिनी है और इसकी सफाई हमारे लिए धर्म है।"
500 करोड़ की मूक लेकिन प्रभावशाली योजना
यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए सरकार ने इस साल के बजट में 500 करोड़ रुपये का भारी-भरकम फंड आवंटित किया है। इस राशि को दो हिस्सों में बांटा गया है –
250 करोड़ रुपये सीवर ट्रीटमेंट प्लांट्स के निर्माण और उन्नयन के लिए
250 करोड़ रुपये वाटर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट्स पर खर्च होंगे
सरकार की योजना है कि यमुना में गिरने वाले गंदे नालों को सीधे नदी में जाने से रोका जाए और उन्हें आधुनिक तकनीक से ट्रीट कर शुद्ध पानी नदी में प्रवाहित किया जाए।
40 नए डीसेंट्रलाइज्ड सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे
सीएम गुप्ता ने ऐलान किया कि कुल 40 नए डीसेंट्रलाइज्ड सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। इन प्लांट्स को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि वे स्थानीय स्तर पर गंदे पानी को साफ कर सकें और बड़े ट्रीटमेंट प्लांट्स पर बोझ न बढ़े। इससे ना केवल यमुना में बहने वाले गंदे पानी को रोका जा सकेगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में पानी की गुणवत्ता भी सुधरेगी।
मुनक नहर को बदला जाएगा पाइपलाइन में
हरियाणा से दिल्ली तक पानी पहुंचाने वाली मुनक नहर को लेकर भी बड़ा फैसला लिया गया है। इसे अब पूरी तरह से पाइपलाइन में तब्दील किया जाएगा, जिससे पानी की बर्बादी रोकी जा सकेगी और नहर में गंदगी के मिश्रण की आशंका भी खत्म होगी। इस योजना पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
नजफगढ़ ड्रेन के लिए भी खास फंडिंग
नजफगढ़ ड्रेन, जो यमुना में सबसे ज्यादा गंदगी छोड़ता है, उसके सुधार और साफ-सफाई के लिए भी सरकार ने 200 करोड़ रुपये का विशेष फंड आवंटित किया है। इसके तहत ड्रेन के किनारों की मरम्मत, मशीनों की खरीदी और सीवेज लाइन के सुधार जैसे कार्य किए जाएंगे।
यमुना आरती से लेकर वास्तविक सफाई तक
यमुना को लेकर राजनीति कोई नई बात नहीं है। विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बना रहा है। बीजेपी ने इसे अपने घोषणापत्र में शामिल किया था और सत्ता में आने के बाद यमुना आरती की शुरुआत भी की गई। लेकिन अब सरकार केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि ठोस काम करके दिखाना चाहती है।
सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में पेश इस बजट ने स्पष्ट कर दिया है कि यमुना की सफाई अब केवल नारों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसके लिए गंभीरता से काम किया जाएगा। बजट में फंडिंग से लेकर तकनीकी रणनीति तक, हर पहलू को ध्यान में रखा गया है।