Coca-Cola: मशहूर पेय पदार्थ कंपनी कोका-कोला ने 27 जनवरी 2025 को यूरोप से अपने सभी उत्पाद वापस लेने का बड़ा फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी के उत्पादों में क्लोरेट का खतरनाक स्तर पाए जाने के कारण यह कदम उठाया गया है। प्रभावित उत्पादों में फैंटा, मिनट मेड, स्प्राइट, कोक और ट्रोपिको जैसे शीतल पेय शामिल हैं।
शीतल पेय में क्लोरेट की समस्या
कोका-कोला के कांच की बोतलों और कैन में नवंबर 2024 से लेकर दिसंबर 2024 तक बिकने वाले उत्पादों में क्लोरेट का उच्च स्तर पाया गया। ये शीतल पेय नीदरलैंड, ब्रिटेन, बेल्जियम, जर्मनी, लक्ज़मबर्ग और फ्रांस जैसे देशों में बेचे गए थे।
प्रमुख बातें:
ब्रिटेन में प्रभावित उत्पाद: दिसंबर 2024 के अंत तक 5 उत्पाद ब्रिटेन भेजे गए, जो पहले ही बिक चुके थे।
प्रभावित क्षेत्र: नीदरलैंड, बेल्जियम और जर्मनी जैसे प्रमुख यूरोपीय बाजारों में बेचे गए पेय में क्लोरेट की समस्या पाई गई।
कंपनी का बयान: उत्पाद बाजार से वापस बुलाए जा रहे हैं
कोका-कोला यूरोपैसिफिक पार्टनर्स ने बेल्जियम की एएफपी समाचार एजेंसी को दिए बयान में कहा कि बाजार से उत्पादों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कंपनी की प्राथमिकताएं:
सबसे अधिक प्रभावित उत्पादों को हटाना:
सबसे ज्यादा प्रभावित और स्टोर में मौजूद बिना बिके उत्पादों को पहले ही हटाया जा चुका है।
बाजार से अन्य उत्पाद वापस लेना:
कंपनी शेष उत्पादों को भी जल्द से जल्द बाजार से वापस लेने के लिए कदम उठा रही है।
विशेष आंकड़ों का खुलासा नहीं:
कंपनी ने प्रभावित उत्पादों की सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया है।
क्लोरेट: कितना खतरनाक है यह रसायन?
क्लोरेट क्लोरीन आधारित कीटाणुनाशकों का एक उप-उत्पाद है, जिसका उपयोग जल उपचार और खाद्य प्रसंस्करण में किया जाता है। हालांकि, यह मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
क्लोरेट के दुष्प्रभाव:
यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (EFSA) की 2015 की रिपोर्ट के अनुसार:
क्लोरेट का लंबे समय तक उपयोग स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
यह विशेष रूप से आयोडीन की कमी से जूझ रहे बच्चों पर गंभीर प्रभाव डालता है।
थायरॉयड ग्रंथि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे विकास और शारीरिक कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है।
कंपनी की जिम्मेदारी और उपभोक्ताओं की सुरक्षा
कोका-कोला ने उपभोक्ताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तेजी से कदम उठाए हैं।
प्रभावित उत्पादों को स्टोर से हटाया जा रहा है।
बाजार में बिक चुके उत्पादों के बारे में उपभोक्ताओं को सतर्क किया गया है।
कंपनी इस समस्या के कारणों का गहराई से अध्ययन कर रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।