img

1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी। हर साल की तरह, इस बार भी आम जनता, कारोबारी और विशेषज्ञ इस बजट पर खास नजर बनाए हुए हैं।

बजट में लिए गए फैसले हर भारतीय के जीवन को प्रभावित करते हैं—चाहे वो आयकर छूट हो, रोजमर्रा की जरूरतों की कीमतें हों, या डिजिटल और ऑटोमोबाइल सेक्टर पर असर। विश्लेषकों का मानना है कि इस बार के बजट में मध्यम वर्ग को राहत मिल सकती है और डिजिटल इंडिया पहल के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की कीमतों में कटौती संभव है।

आइए जानते हैं कि बजट 2025 में क्या संभावित बदलाव हो सकते हैं और इसका आम लोगों की जेब पर कैसा असर पड़ेगा।

1. रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में राहत?

महंगाई हर भारतीय के जीवन का अहम मुद्दा है। आम आदमी को सबसे ज्यादा उम्मीद रोजमर्रा की चीजों के सस्ते होने से होती है।

✔ आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कम हो सकती हैं:

खाद्य वस्तुओं और दैनिक उपयोग की चीजों पर टैक्स कटौती संभव।

पैक्ड फूड, डेयरी प्रोडक्ट्स और रोजमर्रा के सामान सस्ते होने की उम्मीद।

✔ कर बदलाव का असर:

आयकर में छूट से मध्यम वर्ग की जेब में ज्यादा पैसा बचेगा।

GST दरों में बदलाव से कुछ उत्पाद सस्ते हो सकते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार सरकार महंगाई नियंत्रण पर खास ध्यान दे सकती है, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी।

2. डिजिटल इंडिया: सस्ते होंगे फोन, लैपटॉप और स्मार्ट टीवी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "डिजिटल इंडिया" पहल के तहत सरकार इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी सेक्टर को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है।