img

Budget 2025 Income Tax : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करते हुए घोषणा की थी कि 12 लाख रुपये तक की आय पर इनकम टैक्स नहीं लगेगा। इसके अलावा, 75 हजार रुपये का अतिरिक्त डिडक्शन भी मिलेगा। हालांकि, राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राघव चड्ढा ने इस पर सवाल उठाया है।

उन्होंने पूछा कि क्या 12 लाख रुपये से अधिक कमाने वालों को अपनी पूरी आय पर टैक्स देना होगा, या केवल अतिरिक्त राशि पर? उनका आरोप है कि वित्त मंत्री ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया।

राघव चड्ढा का आरोप – सरकार कर रही है भ्रमित

राघव चड्ढा ने वित्त मंत्री के जवाब को लेकर कहा कि सरकार मध्यम वर्ग को गुमराह कर रही है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर दावा किया कि वित्त मंत्री लोगों को तकनीकी बातों में उलझा रही हैं, जिससे टैक्स सिस्टम और अधिक जटिल हो गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार टैक्स छूट को लेकर भ्रम फैला रही है। चड्ढा के अनुसार, 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट मिलने का मतलब यह नहीं है कि यह पूरी तरह टैक्स-मुक्त आय होगी।

क्या 12 लाख रुपये से अधिक कमाने वालों को पूरी आय पर टैक्स देना होगा?

राघव चड्ढा ने एक उदाहरण देकर समझाया कि यदि किसी व्यक्ति की वार्षिक आय 12.76 लाख रुपये है, तो टैक्स केवल अतिरिक्त 76,000 रुपये पर नहीं बल्कि पूरी 12.76 लाख रुपये की आय पर लगाया जाएगा। उन्होंने इसे अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि इस नीति से आम जनता को भ्रमित किया जा रहा है।

विपक्ष का आरोप – मध्यम वर्ग को नहीं मिल रहा लाभ

राज्यसभा सांसद ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह आम लोगों को सही जानकारी नहीं दे रही है। उन्होंने वित्त मंत्री से आग्रह किया कि भविष्य में इस विषय पर स्पष्ट जानकारी दें और तथ्यों को सही ढंग से प्रस्तुत करें।

गौरतलब है कि सरकार ने नए टैक्स रिजीम में 7 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट दी है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे मध्यम वर्ग को कोई विशेष राहत नहीं मिली है। विपक्षी दल लगातार यह मुद्दा उठा रहे हैं कि सरकार की नीतियां आम जनता के हित में नहीं हैं और कर प्रणाली को अधिक स्पष्ट बनाने की जरूरत है।