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संसद भवन में बुधवार को प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल को लेकर सांसदों के लिए आयोजित ब्रीफिंग आखिरी वक्त पर रद्द कर दी गई। यह ब्रीफिंग सुबह 9:30 बजे से 10:30 बजे तक समन्वय हॉल में होनी थी, जहां सांसदों को बिल के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी जानी थी। यह एक नियमित प्रक्रिया है, जिसमें लोकसभा सचिवालय द्वारा किसी भी विधेयक के संसद में पेश होने से पहले संबंधित मंत्रालय के अधिकारियों के माध्यम से सांसदों को सूचित किया जाता है। इस बैठक में अल्पसंख्यक मंत्रालय के अधिकारी शामिल होने वाले थे, जिन्होंने इस संशोधन बिल का प्रारूप तैयार किया है।

मंगलवार रात को इस ब्रीफिंग के अचानक रद्द होने के बाद अब यह अटकलें तेज हो गई हैं कि शायद सरकार मौजूदा बजट सत्र में इस विधेयक को पेश ही न करे। अब तक सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। गौरतलब है कि बजट सत्र का दूसरा चरण 4 अप्रैल तक ही चलेगा। पहले तय किया गया था कि इस शनिवार को संसद की कार्यवाही जारी रहेगी, लेकिन अब वह सत्र भी स्थगित कर दिया गया है।

इस स्थिति से यह संकेत मिल रहे हैं कि विपक्ष और मुस्लिम संगठनों के तीव्र विरोध को देखते हुए सरकार ने फिलहाल पीछे हटने का मन बना लिया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस बिल के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस सहित विपक्षी दल भी इस मुद्दे पर सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। आने वाले छह से सात महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, और इस पृष्ठभूमि में वक्फ संशोधन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर विपक्ष को हथियार मिल सकता है, जिससे चुनावी समीकरण प्रभावित हो सकते हैं।

बिहार की राजनीति में मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका अहम मानी जाती है। राज्य की कुल आबादी में करीब 17% मुस्लिम हैं, जो कई सीटों पर जीत-हार तय करते हैं। हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी का कई मुस्लिम संगठनों द्वारा बहिष्कार किया गया, जिससे राज्य की एनडीए सरकार चिंतित नजर आ रही है।

ऐसे माहौल में केंद्र सरकार भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। वक्फ संशोधन बिल को मौजूदा सत्र में लाने से टालने की संभावना इस बात का संकेत है कि सरकार मुस्लिम विरोध के आरोपों से बचना चाहती है। साथ ही भाजपा भी अल्पसंख्यकों को साधने के लिए 'सौगात-ए-मोदी' जैसे अभियान शुरू कर चुकी है, ताकि चुनाव से पहले जनसंपर्क को बेहतर बनाया जा सके।