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दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद जारी एग्जिट पोल के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। कुल 11 में से 8 एग्जिट पोल बीजेपी की सरकार बनने की भविष्यवाणी कर रहे हैं, जबकि 3 एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी (AAP) की वापसी का अनुमान लगा रहे हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों ने इन आंकड़ों का विश्लेषण कर यह समझाने की कोशिश की है कि एग्जिट पोल इस तरह के नतीजे क्यों दिखा रहे हैं।

बीजेपी और AAP की सीटों का अनुमान

चुनावों पर बारीकी से नजर रखने वाले राजनीतिक विश्लेषक अजय कुमार झा ने न्यूजएक्स से बातचीत में बीजेपी और आम आदमी पार्टी की सीटों का संभावित आकलन किया है। उनके अनुसार:

  • बीजेपी को 38 से 40 सीटें मिल सकती हैं
  • आम आदमी पार्टी को 30-31 सीटें मिलने की संभावना है
  • कांग्रेस को सिर्फ 1 सीट मिलने का अनुमान है

झा के मुताबिक, सीटों का यह अंतर काफी महत्वपूर्ण है। पहले उन्होंने AAP को 36-38 सीटें और बीजेपी को 32-34 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन अब उनका मानना है कि बीजेपी सरकार बनाने की मजबूत स्थिति में पहुंच चुकी है।

मतदान प्रतिशत का असर

अजय झा ने मतदान प्रतिशत को चुनावी नतीजों का एक अहम कारक बताया। उनके अनुसार, सिर्फ मतदान करने वाले लोगों की संख्या ही मायने नहीं रखती, बल्कि यह भी महत्वपूर्ण है कि समाज का कौन सा वर्ग वोट देने पहुंचा।

उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर एक ट्रेंड देखने को मिलता है कि शिक्षित और आर्थिक रूप से संपन्न वर्ग आमतौर पर कम मतदान करता है। विकसित देशों में भी मध्यम वर्ग और कॉर्पोरेट पेशेवरों का मतदान प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहता है। हालांकि, इस बार दिल्ली में यह प्रवृत्ति गलत साबित हो रही है।

दिल्ली में बीजेपी की बढ़त के तीन बड़े कारण

विशेषज्ञ अजय कुमार झा के अनुसार, दिल्ली में बीजेपी की बढ़त के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:

मध्यम वर्ग का समर्थन

  • दिल्ली में मध्यम वर्ग की बड़ी आबादी है, जो आयकर और आर्थिक सुधारों से जुड़ी बीजेपी की नीतियों से प्रभावित हुई है।

निम्न वर्ग का वोट विभाजन

  • पिछली बार आम आदमी पार्टी को निम्न वर्ग का बड़ा समर्थन मिला था। लेकिन इस बार यह वोट बंट गया है।
  • AAP ने मुफ्त बिजली, पानी और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जैसी योजनाओं को जारी रखा, लेकिन बीजेपी ने भी इन योजनाओं को बरकरार रखने का वादा किया है, जिससे मतदाताओं का झुकाव बदला है।

प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा

  • बड़ी संख्या में मतदाता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर भरोसा जता रहे हैं।
  • लोग मानते हैं कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो पानी की समस्या, बुनियादी ढांचे के विकास और सतत आर्थिक लाभ से जुड़े वादे पूरे किए जाएंगे।

दिल्ली में कांटे की टक्कर!

राजनीतिक समीक्षक अजय झा के विश्लेषण के अनुसार, बीजेपी सरकार बनाने की मजबूत स्थिति में है। हालांकि, आम आदमी पार्टी को भी अच्छी संख्या में सीटें मिल सकती हैं। ऐसे में दिल्ली में मुकाबला बेहद कड़ा होने वाला है और अंतिम नतीजे ही तय करेंगे कि किसे सत्ता मिलेगी।