
Post Office Best Small Savings Scheme : इक्विटी मार्केट में लगातार गिरावट के कारण निवेशकों में घबराहट बढ़ रही है। ऐसे में, सुरक्षित निवेश विकल्पों की मांग तेजी से बढ़ रही है। सरकारी निवेश योजनाएं, विशेष रूप से डाकघर की बचत योजनाएं, इस स्थिति में निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गई हैं। ये न केवल पूरी तरह सुरक्षित हैं, बल्कि बाजार की अस्थिरता का इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इसके अलावा, इनमें मिलने वाला ब्याज भी अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में बेहतर है।
सरकार की स्मॉल सेविंग्स स्कीम में लॉन्ग-टर्म निवेश के भी कई विकल्प हैं, जो भविष्य में एक अच्छा फंड तैयार करने में मदद कर सकते हैं। दो प्रमुख योजनाएं पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) हैं, जो लंबे समय के लिए निवेश करने वाले लोगों के लिए आदर्श मानी जाती हैं। दोनों ही योजनाओं में 15 साल के लिए निवेश करने का विकल्प उपलब्ध है।
अगर आप भी 15 साल के लिए निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि PPF और SSY में कहां ज्यादा फायदा मिलेगा।
PPF और SSY: दोनों में क्या समानताएं हैं?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), दोनों ही सरकार द्वारा समर्थित योजनाएं हैं। इनमें निवेश करने से लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। आइए इन योजनाओं की कुछ समानताओं पर नजर डालते हैं:
- दोनों योजनाएं डाकघर और बैंकों में खोली जा सकती हैं।
- दोनों स्कीम लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
- प्रत्येक वित्त वर्ष में इन योजनाओं में अधिकतम ₹1.50 लाख तक जमा किया जा सकता है।
- निवेशक चाहें तो हर महीने ₹12,500 तक जमा कर सकते हैं, जिससे सालाना लिमिट पूरी हो जाएगी।
- PPF में पैसा 15 साल तक जमा करना होता है और मैच्योरिटी भी 15 साल में होती है।
- SSY में भी निवेश 15 साल तक करना होता है, लेकिन खाता 21 साल में मैच्योर होता है।
दोनों योजनाओं पर टैक्स छूट का लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना और पब्लिक प्रोविडेंट फंड, दोनों ही टैक्स-फ्री योजनाएं हैं। इनमें EEE (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी के तहत टैक्स छूट मिलती है:
- पहला लाभ: इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत ₹1.50 लाख तक सालाना निवेश पर टैक्स छूट।
- दूसरा लाभ: निवेश पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता।
- तीसरा लाभ: मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी पूरी तरह से टैक्स-फ्री होती है।
PPF कैलकुलेशन: 15 साल बाद कितना मिलेगा?
अगर कोई निवेशक हर महीने ₹12,500 (यानी सालाना ₹1,50,000) निवेश करता है, तो उसे 15 साल बाद कितना रिटर्न मिलेगा? आइए जानते हैं:
- ब्याज दर: 7.1% (सालाना कंपाउंडिंग)
- 15 साल में कुल निवेश: ₹22,50,000
- 15 साल बाद मिलने वाली कुल रकम: ₹40,68,209
- ब्याज का फायदा: ₹18,18,209
SSY कैलकुलेशन: 21 साल बाद कितना मिलेगा?
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश की गणना इस प्रकार की जा सकती है:
- ब्याज दर: 8.2% (सालाना)
- 1 वित्त वर्ष में अधिकतम निवेश: ₹1,50,000
- 15 साल में कुल निवेश: ₹22,50,000
- 21 साल की मैच्योरिटी पर कुल रकम: ₹69,80,100
- ब्याज का फायदा: ₹47,30,100
PPF और SSY में कौन बेहतर?
1. ब्याज दर और रिटर्न
- PPF में ब्याज दर 7.1% है, जबकि SSY में यह 8.2% है।
- SSY में कंपाउंडिंग पीरियड ज्यादा होने के कारण ब्याज का फायदा अधिक मिलता है।
2. मैच्योरिटी अवधि
- PPF की मैच्योरिटी 15 साल में होती है, यानी निवेशक को 15 साल बाद पूरी रकम मिल जाएगी।
- SSY की मैच्योरिटी 21 साल में होती है, जिससे 6 साल अधिक कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है।
3. टैक्स बेनिफिट्स
- दोनों योजनाओं में निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पूरी तरह टैक्स फ्री है।
4. सुरक्षा और स्थिरता
- PPF और SSY, दोनों ही सरकार द्वारा समर्थित योजनाएं हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
- इन योजनाओं पर बाजार की उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता।
5. लड़कियों के लिए SSY बेहतर
- अगर किसी के घर में बेटी है, तो सुकन्या समृद्धि योजना ज्यादा बेहतर विकल्प साबित होगी।
- PPF का फायदा सभी उठा सकते हैं, लेकिन SSY विशेष रूप से बालिकाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
निष्कर्ष: किस योजना में निवेश करें?
अगर आपको 15 साल बाद ही पैसा चाहिए, तो PPF आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप थोड़ा लंबा इंतजार कर सकते हैं और ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो SSY ज्यादा फायदेमंद साबित होगी।
यदि आपकी बेटी है और आप उसके भविष्य के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो SSY एक बेहतरीन विकल्प होगा, क्योंकि इसमें ज्यादा ब्याज मिलता है और मैच्योरिटी पर बड़ा फंड तैयार होता है।
अगर आप PPF और SSY दोनों में निवेश कर सकते हैं, तो यह सबसे अच्छा निर्णय होगा। इससे एक सुरक्षित और बेहतर वित्तीय भविष्य बनाया जा सकता है।