
L&T’s Subrahmanyan announces 1-day menstrual leave : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन ने अपनी महिला कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। हाल ही में 90 घंटे काम करने वाले बयान को लेकर विवादों में आए सुब्रमण्यन ने अब पेरेंट कंपनी L&T में कार्यरत महिलाओं को पीरियड्स के दौरान एक दिन की पेड लीव देने का ऐलान किया है। इस पहल से कंपनी की करीब 5000 महिला कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
L&T की नई पहल: महिला कर्मचारियों को मिलेगा विशेष लाभ
कंपनी के प्रवक्ता ने इस निर्णय को एक ‘प्रगतिशील कदम’ बताया है, जो इंडस्ट्री में अपनी तरह का पहला प्रयास है। प्रवक्ता के अनुसार, "L&T ने महिला दिवस समारोह के दौरान यह घोषणा की कि कंपनी की महिला कर्मचारियों को पीरियड्स के दौरान एक दिन की पेड लीव दी जाएगी। यह कदम महिलाओं के स्वास्थ्य और वेलनेस को प्राथमिकता देने की दिशा में बड़ा बदलाव लाएगा।"
इस नई नीति का उद्देश्य महिला कर्मचारियों को कार्यस्थल पर अधिक सुविधा देना और उनके स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को ध्यान में रखना है। इससे महिलाओं को न केवल शारीरिक राहत मिलेगी, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें आराम करने का अवसर मिलेगा।
90 घंटे वर्क-वीक के बयान पर हो चुकी है आलोचना
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब कुछ हफ्ते पहले ही एसएन सुब्रमण्यन को अधिक काम के घंटे लागू करने की वकालत करने के कारण भारी आलोचना झेलनी पड़ी थी। जनवरी में उन्होंने सुझाव दिया था कि कर्मचारियों को रविवार को भी काम करना चाहिए, जिससे सप्ताह में 7 दिन काम करने की आदत विकसित हो। उन्होंने इस बारे में अपनी निराशा भी व्यक्त की थी कि वह L&T में यह नियम लागू नहीं कर पाए।
पुरुषों पर विवादित बयान भी बने चर्चा का विषय
सिर्फ वर्क-वीक को लेकर नहीं, बल्कि सुब्रमण्यन की पुरुषों को लेकर की गई एक टिप्पणी भी विवादों में आ गई थी। उन्होंने छुट्टी के दिन पुरुषों के घर पर रहने और उनके द्वारा किए जाने वाले कामों को लेकर कटाक्ष किया था। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा था, “आप घर बैठकर करते क्या हैं? आप कितनी देर अपनी पत्नी को निहार सकते हैं?” उनकी इस टिप्पणी के बाद कर्मचारियों और इंडस्ट्री के बड़े लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
महिला कर्मचारियों के लिए यह पहल कितनी महत्वपूर्ण?
L&T की यह नई नीति निश्चित रूप से महिला कर्मचारियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाएगी। भारत में कई कंपनियां धीरे-धीरे महिला कर्मचारियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नीतियों में बदलाव कर रही हैं, लेकिन L&T का यह कदम पूरे इंडस्ट्री में एक नई मिसाल कायम कर सकता है।
महिला कर्मचारियों को उनकी प्राकृतिक जरूरतों को समझते हुए सुविधाएं देना कार्यस्थल पर अधिक समानता और सहयोगी वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे उम्मीद की जा रही है कि अन्य कंपनियां भी इस दिशा में आगे बढ़ेंगी और कार्यस्थल को महिलाओं के लिए और अधिक अनुकूल बनाएंगी।
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