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पिछले कुछ महीनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट्स की प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है। जहां पहले इस क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों का दबदबा था, वहीं अब चीन, सऊदी अरब और अन्य देशों की कंपनियां भी इसमें तेजी से कदम रख रही हैं। हाल ही में चीनी AI कंपनी डीपसीक (DeepSeek) ने टेक जगत में हलचल मचाई थी, और अब सऊदी अरब ने अपना AI चैटबॉट 'रयान' लॉन्च किया है।

सऊदी अरब का AI चैटबॉट 'रयान': क्या है खास?

  • सऊदी अरब की राजधानी रियाद स्थित ताकामोल (Takamol) कंपनी ने AI चैटबॉट 'रयान' को विकसित किया है। यह चैटबॉट विशेष रूप से श्रम बाजार से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए बनाया गया है।

 रयान के दो संस्करण पेश किए गए हैं:
 ऑफलाइन संस्करण:

  • यह साइट पर उपलब्ध है।
  • यह केवल अंग्रेजी में उत्तर देता है।
  • यह 50-60 शब्दों में छोटे जवाब देता है, जिससे बातचीत अधिक इंटरैक्टिव होती है।

 ऑनलाइन संस्करण:

  • यह अंग्रेजी के अलावा अरबी, फ्रेंच और स्पेनिश में भी उत्तर दे सकता है।
  • यह प्रश्नों का अधिक गहराई से उत्तर देता है।

 राजनीतिक सवालों पर तटस्थ रुख:
जब रयान से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में सवाल किया गया, तो उसने स्पष्ट रूप से कहा कि वह राजनीति का नहीं, बल्कि वैश्विक श्रम बाजार का विशेषज्ञ है।

 AI चैटबॉट्स की तुलना:

  • ChatGPT और DeepSeek लगभग हर विषय पर जवाब दे सकते हैं।
  • रयान केवल श्रम बाजार से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देता है।

अब भारत भी AI की इस दौड़ में शामिल

अब भारत भी अपना खुद का AI मॉडल लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
 केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि भारत इस वर्ष (2024) अपना पहला AI मॉडल विकसित करेगा।
 उन्होंने बताया कि यह मॉडल ChatGPT और DeepSeek की तर्ज पर तैयार किया जाएगा और अगले 6-8 महीनों में लॉन्च किया जा सकता है।
 भारत में कम से कम छह प्रमुख डेवलपर्स इस परियोजना पर काम कर रहे हैं, जो इस समय AI मॉडल विकसित करने की क्षमता रखते हैं।