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Astro remedy : हिन्दू धर्म में मंत्रों और स्तोत्रों को अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली माना गया है। इन्हें पढ़ने या जपने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि शरीर पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इनका उच्चारण करने से मस्तिष्क केंद्रित होता है और रोगों का नाश होता है। यह सदियों पुराना विज्ञान है, जिसे आज भी साधक पूरी श्रद्धा से अपनाते हैं।अत्यंत सरल और प्रभावशाली उपाय बताया है। यह उपाय उन लोगों के लिए है जो लंबे समय से किसी समस्या का समाधान ढूंढ़ रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई राह नहीं मिल रही।

कैसे करें यह उपाय – चरण दर चरण प्रक्रिया

लौंग और लाल धागा
सबसे पहले एक लाल रंग का धागा लें और उसमें एक लौंग को अच्छी तरह बांध दें। यह धागा कर्धन (कमर में बांधने वाला धागा) की तरह इस्तेमाल किया जाएगा। इसे अपनी कमर में इस तरह बांध लें जैसे कोई कलाई में राखी बांधता है।

मंत्र जाप और नाभि पर दबाव
अब अपनी दायीं हथेली से उस लौंग को, जो आपकी कमर में बंधा है, नाभि के पास हल्के से दबाएं। इसके बाद गहरी सांस लें और ‘ॐ दुं दुर्गायै नमः’ मंत्र का जाप करें। यह जाप लगातार करते रहें, जितना समय तक आप कर सकें। इसमें किसी संख्या की बाध्यता नहीं है, यह पूर्णत: आपकी इच्छा और सामर्थ्य पर निर्भर है।

लौंग को निकालना और उसका स्थान परिवर्तन
जब मंत्र जाप समाप्त हो जाए, तब उस लौंग को धागे से खोल लें और एक साफ कागज में लपेटकर फोल्ड कर लें। इसके बाद यह कागज अपने सोने वाले गद्दे के नीचे रख दें।

कैसे मिलेगा समाधान – सपने में प्रकट होगा उत्तर
इस साधना के प्रभाव से आपके जीवन में जो भी कठिन समस्या चल रही है, उसका उत्तर आपको सपने में दिखाई देगा। यह कोई तर्क नहीं बल्कि अनुभवजन्य प्रयोग है, जिसे अनेकों लोगों ने आजमाया है और सकारात्मक परिणाम पाए हैं।

कब तक करें यह उपाय?
यह प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक आपको अपनी समस्या का समाधान न मिल जाए। जब आपको अपने प्रश्न का उत्तर मिल जाए या समाधान स्पष्ट हो जाए, तब उस कागज में लिपटी लौंग को किसी पौधे की जड़ में गाड़ दें। यह उपाय न तो किसी विशेष दिन का मोहताज है और न ही इसे करने के लिए किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है।

रात में करें यह प्रयोग – बिना दीपक के
यह प्रयोग रात के समय करना होता है। इसके लिए किसी प्रकार का दीपक या पूजा की सामग्री आवश्यक नहीं है। यह एक तांत्रिक साधना है, जो सीधा ऊर्जा और चेतना से जुड़ी होती है। इसीलिए इसका प्रभाव अत्यंत सूक्ष्म और गहरा होता है।


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