
Share Market Closed: आज (19मार्च 2025) भारतीय शेयर बाजार में कुछ दिनों के बाद जबरदस्त तेजी देखने को मिली। एक बार फिर से बाजार में रौनक लौट आई और दोनों प्रमुख सूचकांकों ने लंबी छलांग लगाई। कारोबार समाप्त होते समय BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी दोनों ही हरे निशान पर बंद हुए। सेंसेक्स ने 1182 अंक का उछाल लिया और 75301 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 325 अंक चढ़कर 22834 पर पहुंच गया। खास बात यह है कि इससे पहले 17 मार्च 2025 को भी दोनों सूचकांक सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे, और आज सुबह भी बाजार में सकारात्मक शुरुआत हुई थी।
आज के शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी
आज सुबह के शुरुआती कारोबार में भी सेंसेक्स और निफ्टी में अच्छी बढ़त देखी गई। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती सत्र में 490.12 अंक चढ़कर 74,660.07 पर पहुंच गया था, वहीं एनएसई निफ्टी ने 162.55 अंक की बढ़त बनाई और 22,671.30 पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स में शामिल प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से कई कंपनियों के शेयरों में उछाल आया। आईसीआईसीआई बैंक, जोमैटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, पावर ग्रिड और अदाणी पोर्ट्स जैसी कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा लाभ देखने को मिला। इन कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन ने बाजार की तेजी को और बढ़ावा दिया।
हालांकि, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट भी रही। बजाज फिनसर्व और बजाज फाइनेंस के शेयर नुकसान में रहे, जो कि बाजार के इस सकारात्मक माहौल से बाहर रहे।
एशियाई बाजारों का सकारात्मक रुख
सिर्फ भारतीय शेयर बाजार ही नहीं, बल्कि एशियाई बाजारों में भी अच्छे संकेत मिले। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट सभी फायदे में रहे। इन देशों के बाजारों में सकारात्मक रुझान ने भारतीय शेयर बाजार को भी उत्साहित किया और इसकी तेजी में योगदान किया।
अमेरिकी बाजारों का प्रभाव
अमेरिकी शेयर बाजार सोमवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे, जिससे वैश्विक बाजारों में अच्छा प्रभाव पड़ा। इससे भारतीय बाजार को भी लाभ हुआ और निवेशकों की धारणा में सुधार आया।
ब्रेंट क्रूड और विदेशी निवेशकों का रुख
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 71.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। इसका असर भारतीय बाजार पर भी देखा गया, क्योंकि ऊर्जा और तेल से जुड़े शेयरों में भी बढ़त रही।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बिकवाल रहे थे और उन्होंने कुल मिलाकर 4,488.45 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने शुद्ध रूप से 6,000.60 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो कि बाजार में उत्साह और स्थिरता बनाए रखने में मददगार साबित हुआ।