ठंड के मौसम में अगर बुजुर्गों को जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द की समस्या रहती है तो सरसों का तेल उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप गर्म सरसों के तेल से जोड़ों की मालिश करेंगे तो फायदा होगा। सूजन को कम किया जा सकता है.
सर्दियों में अगर शरीर पर सरसों का तेल लगाया जाए तो रक्त संचार बढ़ेगा, जिससे शरीर को गर्माहट मिलेगी और फिर ठंड का अहसास कम होगा। आप चाहें तो सरसों का तेल गर्म करके भी लगा सकते हैं। इसके और भी कई फायदे हो सकते हैं.
सर्दियों में त्वचा के संक्रमण को रोकने में सरसों का तेल बहुत मददगार होता है। सरसों के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, इसके इस्तेमाल से त्वचा का संक्रमण तो कम होता है लेकिन इसके अन्य फायदे भी होते हैं।
सरसों का तेल सन टैन और मृत त्वचा को हटाने में बहुत मददगार है।
सरसों के तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो त्वचा को अंदर से नमी देने और लंबे समय तक नमी बनाए रखने में कारगर है।
अगर आपकी त्वचा में जलन या खुजली हो रही है तो अपने शरीर पर गर्म सरसों का तेल लगाएं। यह खुजली और सूजन को कम करता है। यानी सरसों का तेल किसी औषधि से कम नहीं है।
ठंड के मौसम में शुष्क त्वचा और बेजान त्वचा से छुटकारा पाने के लिए शरीर पर सरसों का तेल लगाने से तुरंत नमी मिलती है। रूखापन कम होता है और शरीर में नमी बनी रहती है।
सरसों का तेल विटामिन ई से भरपूर होता है, इसलिए अगर इसे निर्धारित मात्रा में शरीर पर लगाया जाए तो यह बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं इसलिए इसे शरीर पर लगाने से त्वचा को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाया जा सकता है, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार रहती है।
--Advertisement--