img

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी 16 जिलों के सभी श्रेणियों के 50 लाख उपभोक्ताओं की केवाईसी (नो योर कस्टमर) प्रक्रिया करेगी। इसमें भोपाल शहर के 6 लाख उपभोक्ता शामिल हैं। आधार की तरह इन उपभोक्ताओं की सिंगल सिटीजन आईडी भी बनाई जाएगी। इसके लिए अधिकृत मीटर रीडर कंपनी की फोटो आईडी लेकर घर-घर जाएंगे। वे उपभोक्ताओं से समग्र आईडी और प्रॉपर्टी आईडी भी मांगेंगे। उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी, समग्र आईडी, मोबाइल नंबर, बैंक खाता आदि जानकारी भी अपडेट की जाएगी।

संपत्ति पहचान पत्र केवल शहरी क्षेत्रों में ही लिया जाएगा

कंपनी के एचडी क्षितिज सिंघल ने बताया कि कंपनी के अधिकृत मीटर रीडर पीओएस मशीन लेकर मौके पर पहुंचेंगे। निष्ठा एप का उपयोग कर केवाईसी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मीटर रीडर उपभोक्ता से समग्र आईडी में दर्ज मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी के जरिए इसका सत्यापन करेंगे। इसके अलावा उपभोक्ता के स्वीकृत लोड, घर की फोटो और बैंक खाते की जानकारी ली जाएगी। प्रॉपर्टी आईडी केवल शहरी क्षेत्रों में ही ली जाएगी।

बिजली चोर ऑनलाइन भर सकेंगे बिल

बिजली चोरी करने वाले और बिजली धोखाधड़ी करने वाले उपभोक्ता अब कंपनी की वेबसाइट portal.mpcz.in पर भुगतान कर सकते हैं। पोर्टल portal.mpcz.in पर LT Services में दिए गए View/Pay Bill पर क्लिक करके Vigilance bill ऑप्शन पर जाना होगा। इसके बाद ऑनलाइन भुगतान के लिए उपभोक्ता क्रमांक या पंचनामा/पेज नंबर में से किसी एक विकल्प का चयन करना होगा।

केवाईसी से उपभोक्ताओं को मिलेंगे ये लाभ

• उपभोक्ताओं को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने में आसानी होगी।

कंपनी का डेटाबेस करीब 30 साल पुराना है, जिसे अपडेट किया जाएगा।

• यह पता चल जाएगा कि उपभोक्ता कितने लोड की बिजली का उपयोग कर रहे हैं।

भविष्य में बिजली आपूर्ति से संबंधित योजनाएँ बनाना आसान हो जाएगा।

• उपभोक्ताओं की सही पहचान हो सकेगी। इससे मोबाइल नंबर को सही तरीके से टैग करने में मदद मिलेगी।

--Advertisement--