
Atmosphere heated in Lok Sabha : लोकसभा में बुधवार को उस समय राजनीतिक तापमान बढ़ गया जब स्पीकर ओम बिरला ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को नियमों और संसदीय मर्यादाओं के पालन की सलाह दी। इस पर कांग्रेस के नेता भड़क उठे और आरोप लगाया कि संसद को लोकतांत्रिक तरीके से नहीं चलाया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें बार-बार बोलने से रोका जा रहा है।
ओम बिरला की चेतावनी: "सदन की गरिमा बनाए रखें"
शून्यकाल के बाद ओम बिरला ने कहा कि इस सदन में कई बार पिता-पुत्री, मां-बेटी, और पति-पत्नी जैसे रिश्तों के सदस्य रहे हैं। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा की जाती है कि वे नियमों और परंपराओं के अनुरूप ही आचरण करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी सांसदों से यह उम्मीद की जाती है कि वे शालीनता और मर्यादा बनाए रखें।
कार्यवाही स्थगित, कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
बिरला की टिप्पणी के तुरंत बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी। इसके बाद लगभग 70 कांग्रेस सांसदों ने स्पीकर से मिलकर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जा रहा, जो लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
राहुल गांधी का पलटवार: "मैंने कुछ नहीं किया"
संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “लोकसभा अध्यक्ष ने मेरे बारे में कुछ कहा और जैसे ही मैं खड़ा हुआ, वह कार्यवाही स्थगित करके चले गए। सात-आठ दिन से मैं शांत बैठा हूं, फिर भी बोलने नहीं दिया जा रहा। विपक्ष की बात सुनी ही नहीं जा रही।”
उन्होंने आगे कहा, “लोकतंत्र का मतलब होता है सरकार और विपक्ष, लेकिन यहां तो लोकतंत्र की कोई जगह नहीं है। मुझे समझ नहीं आता कि लोकसभा अध्यक्ष की सोच क्या है।”
कांग्रेस का तीखा हमला
राहुल गांधी को बोलने का अवसर न मिलने पर कांग्रेस नेताओं ने स्पीकर ओम बिरला को आड़े हाथों लिया। प्रियंका गांधी ने राहुल का एक वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा कर स्पीकर पर निशाना साधा।
वहीं, कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा, “जब भाजपा के सांसद या मंत्री खड़े होते हैं, तो उन्हें खुलकर बोलने दिया जाता है, लेकिन हमारे नेता प्रतिपक्ष को मौका तक नहीं दिया जाता।” उन्होंने कहा कि जब सुषमा स्वराज नेता प्रतिपक्ष थीं, तब उन्हें पूरा सम्मान दिया जाता था।
गोगोई ने कहा, “हम लोकसभा अध्यक्ष से मिले और उन्हें बताया कि किस तरह से नेता प्रतिपक्ष की गरिमा का उल्लंघन किया जा रहा है। हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सदन में माहौल खराब करने की साजिश रची जा रही है ताकि विपक्ष को दबाया जा सके।